मेरे पितृ के बाणों "अर्जुन" से अभिमन्यु मरते नहीं। मेरे पितृ के बाणों "अर्जुन" से अभिमन्यु मरते नहीं।
बचपन में तेरा सपना था मै आर्मी मे सैनिक बनूंं शत्रुओं को मार गिराऊंं अपने भारत माँ की रक्षा करूं बचपन में तेरा सपना था मै आर्मी मे सैनिक बनूंं शत्रुओं को मार गिराऊंं अपने भार...
आज फिर ये धरा लाल हुई आज फिर खून किसी का बहा कहीं आज फिर एक गोली चली आज फिर सरहद पे किसी की जान ... आज फिर ये धरा लाल हुई आज फिर खून किसी का बहा कहीं आज फिर एक गोली चली आज फिर स...
मैं इस देश का जवान हूँ...! मैं इस देश का जवान हूँ...!
हमने भी तिलक लिया, उस राख का, कुछ जोश लिए. सबने याद किया, उस वीर को, जिसकी राख ने हज़ारों वीर प... हमने भी तिलक लिया, उस राख का, कुछ जोश लिए. सबने याद किया, उस वीर को, जिसकी ...
हर मुसीबत में याद आए फौजी जीवन की हर कठिनाई सहते फौजी फिर भी सीमा पर डटे है फौजी तुझको शत-शत नमन ... हर मुसीबत में याद आए फौजी जीवन की हर कठिनाई सहते फौजी फिर भी सीमा पर डटे है फौ...